Monday, July 23, 2012
Sunday, July 22, 2012
Hanuman frees the grahas
Hanuman sets off for Lanka to find out why Ravan hasn't bothered to come out with his troops to fight. He seen Jyotishacharya (Ravan's astrologer), and assuming a disguise, tells him that he's been sent by Ravan to serve him. The astrologer asks him to fetch the grahas, and so Hanuman sets off for that chamber. He's blocked by the guards, but overwhelms them all. In the chamber, he frees all the grahas, and Shani (Saturn) promises him that his inauspicious looks would never fall on any Hanuman devotee. The grahass then disappear and Hanuman returns to camp.
Saturday, July 7, 2012
Wednesday, May 9, 2012
Tuesday, May 8, 2012
Monday, April 30, 2012
Satyamev Jayate - Aamir's Love Song for the Nation
~~ सत्यमेव जयते ~~
तेरा रंग ऐसा चढ़ गया
कोई और रंग ना चढ़ सके
तेरा नाम सीने पे लिखा
हर कोई आके पढ़ सके
है जूनून है जूनून है
तेरे इश्क का ये जूनून है
रग रग में इश्क तेरा दौड़ता
यह बावरा सा खून है
तूने ही सिखाया सच्चाइयों का मतलब
तेरे पास आके जाना मैंने ज़िन्दगी का मकसद
सत्यमेव, सत्यमेव, सत्यमेव जयते
सच्चा है प्यार तेरा, सत्यमेव जयते
तेरे नूर के दस्तूर में
ना हों सलवटें ना शिकन रहे
मेरी कोशिशें तो हैं बस यही
रहें खुशबुएँ गुलशन रहे
तेरी ज़ुल्फ़ सुलझाने चला
तेरे और पास आने लगा
जहाँ कोई सुर ना हो बेसुरा
वो गीत मै गाने चला
है जूनून है,जूनून है
तेरे इश्क का ये जूनून है
रग रग में इश्क तेरा दौड़ता
यह बावरा सा खून है
तूने ही सिखाया सच्चाइयों का मतलब
तेरे पास आके जाना मैंने ज़िन्दगी का मकसद
सत्यमेव, सत्यमेव, सत्यमेव जयते
सच्चा है प्यार तेरा, सत्यमेव जयते
तेरा रंग ऐसा चढ़ गया
था नशा जो और भी बढ़ गया
तेरी बारिशों का करम है ये
मै निखर गया, मै संवर गया
जैसा भी हूँ, अपना मुझे
मुझे ये नहीं है बोलना
काबिल तेरे मै बन सकूं
मुझे द्वार ऐसा खोलना
सांसों कि इस रफ़्तार को
धड़कन के इस त्यौहार को
हर जीत को, हर हार को
खुद अपने इस संसार को
बदलूँगा मै तेरे लिये
है जूनून है, जूनून है
तेरे इश्क का ये जूनून है
रग रग में इश्क तेरा दौड़ता
ये बावरा सा खून है
सत्यमेव, सत्यमेव, सत्यमेव जयते
सच्चा है प्यार तेरा सत्यमेव जयते
मुझे खुद को भी है टटोलना
कहीं है कमी तो बोलना
कहीं दाग है तो छुपायें क्यूँ
हम सच से नज़रें हटायें क्यूँ
खुद को बदलना है अगर
बदलूँगा मै तेरे लिये
शोलों पे चलना है अगर
चल दूंगा मै तेरे लिये
मेरे खून कि हर बूँद में
संकल्प हो तेरे प्यार का
काटो मुझे तो तू बहे
हो सुर्ख रंग हर धार का
है जूनून है, जूनून है
तेरे इश्क का ये जूनून है
रग रग में इश्क तेरा दौड़ता
ये बावरा सा खून है
सत्यमेव, सत्यमेव, सत्यमेव जयते
सच्चा है प्यार तेरा, सत्यमेव जयते |
Tuesday, April 17, 2012
Monday, April 16, 2012
Monday, April 9, 2012
Tuesday, April 3, 2012
Monday, February 27, 2012
Sunday, February 12, 2012
Saturday, February 4, 2012
Monday, January 23, 2012
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